Hindi SMS shayari ये बूँदे ना महज बूँदे नहीं हैं ये अफसाना है उन हज़ार मुलाकातों का जब घटा ने जुल्फें लहराई होंगी और बदल छू कर निकल गया था रुक भी नी सकता था ना शर्म से लाल होगया था ना घटा अंगड़ाई ले लेती तो शायद बादल बरसता ही नहीं धरती प्यासी रह जाती घटा तो चल देती और बदल को बेवफ़ाई का ताना सुनना पड़ता!! #NojotoQuote #nojotohindi #mausam