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जुल्म अत्याचार हो क्यों स्वीकार हक है जीने का सुन

जुल्म अत्याचार
हो क्यों स्वीकार
हक है जीने का
सुन लो हुंकार !!

©S K Sachin #CannotTolerate
जुल्म अत्याचार
हो क्यों स्वीकार
हक है जीने का
सुन लो हुंकार !!

©S K Sachin #CannotTolerate