विरानियो में भी चहलकदमी करवाना है जिस गांव में जान बसती थी हमारी वहा जाने का फिर से कोई बहाना बनाना है उन पीपल की ठंडी छांव में फिर से समय बिताना है कमल खिलते है जिन तालाबों में जल क्रीड़ा उनमें बच्चों से करवाना है खेतों की हरियाली से मन का सुकून वापस लाना है पंछियों की चू चु का मधुर जहां गूंजता तराना है चलो फिर से अपने घर अपने गांव वापस जाना है #nojoto hindi#gaav#peepal ki chhav