नाकामियों का बस यही एक सबब है. टुकड़ों टुकड़ों में बिखर गए हैं हम, नाकामियों का बस यही एक सबब है. टुकड़ों टुकड़ों में बिखर गए हैं हम, Arzooo 😍😍 बेनाम शायर Shaniyaaz Pasha