मुखड़ा न देखूँ उसका मुखड़ा तो बेचैन रहता हूँ..... दिख जाए जो उसका मुखड़ा तो चैन से रहता हूँ.... मुखड़ा है या चाँद का टुकड़ा नजर ही नहीं हटती... # मुखड़ा तेरा चाँद सा है # # नजर नहीं हटती #