इस घने अँधेरे में कोई सहारा, कोई रास्ता नहीं मिलता। लोग मिलते है फिर बिछड़ते है, कोई दर्द-आसरा नहीं मिलता। सारी दुनिया की है ख़बर मुझको, सिर्फ़ अपना पता नहीं मिलता। रब मेहरबान हो जिस पर, उसको दुनिया में क्या नहीं मिलता। इस घने अँधेरे में, रास्ता नहीं मिलता। #रास्तानहींमिलता #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #manjil #suchitapandey #सुचितापाण्डेय इस घने अँधेरे में कोई सहारा, कोई रास्ता नहीं मिलता। लोग मिलते है फिर बिछड़ते है,