वो मेरे इतने करीब हो गया,कि हम समझ न पाए कि कब वो हमारा नसीब हो गया। सर झुका के हाथों को जोड़ते थे रब के आगे, जब हाथों को देखा, तो हाथों कि लकीर हो गया। #NojotoQuote #Wo itne kareeb ho gaya#