चल राही तेरी मंजिल पुकार रही है छोड़ उन बातों को जो तुम्हें सता रही है। तू बढ़ता चल, तेरी राहे गीत सुना रही है। कुछ तो कर मेरे दोस्त ,दुनियां ख्वाब दिखा रही है चल राही तेरी मंजिल पुकार रही है। चल राही ,तेरी मंजिल पुकार रही है।