जीवन में कोई भी संघर्ष असन्तुष्टि के कारण होता है। वर्तमान में धन कमाना ही प्रत्येक का लक्ष्य हो चुका है। जिससे व्यक्ति स्वयं से तो दूर हो ही गया है साथ ही परिवार और समाज से टूटन भी बन गयी है जबकि मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। यदि प्रत्येक को संघर्ष मुक्त होना है तो जीवन में सरलता से सुख कैसे मिले इस ओर ध्यान देना होगा। उसके लिए जीवन उपयोगी शिक्षा की आवश्यकता है न कि डिग्री और तनाव पूर्ण नौकरी देने वाली शिक्षा की।