#OpenPoetry दोस्त मित्र सखा या फिर कह ले तू गधा ये वो डोर है जो जुड़ गई इक बार तो फिर नही पता चलता कौन सा किसका है सिरा...... #अंजान...... #मित्र#सखा#दोस्त#गधा #अपना_भाई_है..... #अंजान.... #मेरी_डायरी.... #nojoto....