जब तू सामने होती है जाने क्या हो जाता है वो बात याद नहीं आती नींद भी है आँखों में मग़र जाने क्या हो जाता है वो सुहानी सी अब रात नहीं आती। दिन भी है सुहाने,दिलकश नज़ारे भी हैं मग़र जाने क्या हो जाता है। मुझे ये नज़ारे ये फिजायें अब रास नहीं आती!! Date-19/12/20 Writen By-Mukesh जाने क्या हो जाता है, होंठों पर बात नहीं आती... #होंठोंपर #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi