हंसी छुपा भी गया, और नजर मिला भी गया। ये एक झलक का तमाशा, जिगर जला भी गया। उठी तो वो जा भी चुका था, अजीब मेहमान था, सदाये दे के मुझे, नींद से जागा भी गया। ©Chandni #Anchaha