मैं नही कहती कि मैं तुम्हें प्रेम करती हूँ, मैं तो बस वो मौसम होना चाहती हूं जो तुम्हारे सारे दुख दर्द पिघला दे, मैं नही कहती कि मैं तुमसे प्रेम करती हूँ मैं तो बस वो गुनगुनी धूप होना चाहती हूँ जो तुम्हें प्रेम उष्म के एहसास से भर दे ।। मैं नही कहती मैं तुमसे प्रेम करती हूँ , मैं तो बस वो हवा होना चाहती हूँ , जो तुम्हारे माथे को प्रेम से सहला तुममे प्रेम का अलौकिक प्रवाह करे ।। मैं नही कहती कि मैं तुमसे प्रेम करती हूँ , मैं तो बस वो छाँव होना चाहती हूँ जो तुम्हारे थक जाने पर तुम्हे लेके अपनी गोद मे एक सुकून भरी नींद दे ।। मैं नहीं कहती कि मैं तुम्हें प्रेम करती हूँ , मग़र मैं वो राह होना चाहती हूँ , जो तुम्हारे हर कदम के साथ तुम्हारे साथ साथ चले ।। मैं नही कहती कि मैं तुमसे प्रेम करती हूँ , मग़र मैं रक्त के प्रवाह सी तुम्हारे भीतर रम सी जाना चाहती हूँ जो तुम्हारे भीतर निरंतर तुम्हारी धमनियों और शिराओं में प्रवाहित हो ।। Mann❤️ ©Neetu Maurya #Mann❤️ mann❤️ की बात ।। #missingyou