माथे की बिंदी माथे की बिन्दी, अभिव्यक्ति हैं, संतुष्टि हैं, प्रतिबिम्ब हैं, स्त्री का सौंदर्य ही नही, वर्धित करती, ये तो तीसरा नेत्र, स्त्रीत्व की रक्षा का। सम्मान का सूचक, सौभाग्य का प्रतीक, नही ये आधुनिकता का कलंक, ये तो सभ्यता का आईना, लगा लो गर्व से हो निसंकोच, माथे की बिंदी।। #माथे की बिंदी।