मैं ठहरा सा समंदर हु ,एक तू नदिया की चंचल धारा है... और आजा मुक़म्मल करले एक-दूसरे को, सुना है, दोनो का जीवन एक-दूजे के बिन बेसहारा है... #nojoto #smandar #dps