तेरे पास आकर सुकून है यारा, मोहब्बत नहीं है तुमसे मोहब्बत का यकीन है यारा, आब ओ हवा तो पहले ही खिलाफ हैं मेरे, शायद जहरीली हवा की साजिशें हैं यारा, क्यों तेरी बातें मुकम्मल करती है मुझे, क्यों हर पल तेरी ही कमी है यारा, इन सवालों का है जवाब तो बताना मुझे, इन सवालों का हल तू है यारा, क्यों मेरा वक्त तुम्हें तलाशता है हरदम, यह प्यार नहीं पाकीज़गी का सबूत है यारा, खुद की फैसले पर भरोसा नहीं मुझे, तेरी हर बात पर जट्टी है यारा, तेरे पास आकर गम पंख पखेरू हो जाते हैं, लगता है तू मेरे दर्द की दवा है यारा। ♥️ Challenge-554 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ विषय को अपने शब्दों से सजाइए। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।