तुझे भूल जाने दे तेरी चूड़ियों की खनक से दूर जाने दे वादा करता हूं लौट के नहीं आऊंगा आज इस बार की होली में मुझे तेरे रंग में रंग जाने दे तू दरिया है तो किनारे पर खड़ा पथिक हूं मैं तू रास्ता है तो तेरी आखिरी मंजिल हूं मैं तू आज कहती है तेरी बर्बादी का मंजर हूं मैं पर तुझे क्या बताएं तेरी मुस्कान के बिना अधूरा हूं मैं