हँसी की गुँजार में, भृंगों के मस्त उचार में । एक गीत लिखना चाहता, हूँ कोकिला स्वर धार में ।। मनु मुस्कराहट बाँध कर, सौंदर्य मुखन संवार कर । है खिलखिलाती काव्य में, अक्षर शबद के गाव्य में ।। #laughter #lovequotes #alokstates #yoursmile #yqbaba #yqdidi #yqbhaijan #yqpoetry deepti T Collaborating with Ruv Adhana