पर कुछ कर न सके ना तुम्हे बदल सके ना ख़ुद को बदल पाए। क्या कशिश है ये कमाल की; ज़िंदगी भी इकतरफ़ा, ख़ुदी से मौज लेने लगी। बेताल हुए अब सारे सुर ख़ुदी से ख़फ़ा भी होने लगे। बेहाल इस ज़िन्द में थोड़ा सुकून आ जाए अब ये हमारी कोशिश कुछ तो रंग दिखा जाए। कभी-कभी कोशिशें कामयाब नहीं होती हैं। ऐसी ही किसी बात का क़िस्सा लिखें। #कोशिशबहुतकी #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #think_and_sharpen #sanjana_saxena #sadness #life