नफरती हमे लड़ाते हैं,मगर लड़ने का नहीं ये सियासत है, इसके चक्कर में पड़ने का नहीं ये जो लश्करे मीडिया है ग़ुलाम है सियासत की ये कुछ भी कहे बिना तहकीकात किये,चक्कर में पड़ने का नहीं haqikat