ईश्क ,वफा, माया, अक्कर में कहां वो बात है जो कांच के टुकड़े में खुद को देख चमक झलकती अरे मैं कुछ भी नहीं हूं ओरों के गगनचुंबी पहलू के आगे पर मैं और सिर्फ मैं अपने आखिरी अक्श अक्श का वो नाम हूं जिसका इतिहास के पन्नों पे नायाब दर्जा होगा #मेरा सोच #मेरीभावनाएँ #मेरा वजूद #मेरी मंजिल #yqdidi #kunu