जो तेरा होने से रोक रही थी , उसी को निकाल दिया, हथेली जलाकर, लकीरों को राख किया, फिर हवा में उछाल दिया, ये जो मेरा हाथ देखकर तुझे मेरे नसीब में नहीं बताते थे , इन अदीबों को मैने चक्कर में डाल दिया.... #Lakir, #Naseeb, #Rakh, #Shayar, #Sharif