बर्फ से ढकी वादियों में, हल्की हल्की सी बर्फ गिर रही है, सर्दी से काँपते बदन जुबाँ जम सी गयी है, हौले से उनका हाथ अपने हाथों में लिया है, कपकपाते होंठों से आज हमने कह दिया है, ये जन्म बस तुम्हारा है सनम, तेरे सिवा कुछ ना चाहेंगे हम।। #अंकित सारस्वत# #प्यार का इजहार #right2write