किसी ने कहा मुझसे नकल ना कर , तू झूठी मुस्कुराहट की तेरे चेहरे पर , तेरे इश्क की उदासी ! साफ दिखती है इतना पैसे वाला है तू , कि तुझे कोई भी मिल जाएगी फिर तेरे चेहरे पर यह बेचैनी क्यों रहती है ? मैंने कहा सुनो जनाब अब कोशिशें करने लगा हूं मैं , खुश रहने की मेरे सारे दर्द अब , मेरी धड़कने सहती है और रही बात पैसे की , तो मैं हर रकम अदा कर लूंगा बस इतना बता दो साहब की , खुशियां कहां बिकती है ? #khusiyan #मैंने #कहा #सुनो #जनाब अब #कोशिशें करने लगा हूं मैं , #खुश रहने की मेरे सारे #दर्द अब मेरी #धड़कन सहती है और रही बात #पैसे की , तुम मैं हर #रकम अदा कर लूंगा बस इतना बता दो #साहब की #खुशियां कहां #बिकती है