गणपति वंदना गणपति गणराज का प्रथम करें आह्वान, रिद्धि सिद्धि, शुभ लाभ संग मिले मान सम्मान।। मन को कर एकाग्र तू, हाथ जोड़ धर ध्यान, विकट सब बाधा हरे, देवे बुद्धि और ज्ञान ।। जय गणपत गौरी सुत गणेशा, विघ्न हरो काटो सब कलेशा ।। मूषक की तुम करो सवारी, दया दृष्टि हम पर हो तुम्हारी।। मोदक, लडुअन को तुम चाहो, एकदंत प्रभु नाम कहाओ ।। महादेव के हो तुम प्यारे, शरण प्रभु हम आए तुम्हारे।। दीनन का रख लिजे मान, चरणों मे दे दीजे स्थान ।। करते हैं तेरा आह्वान, दुखियों का कीजे कल्याण ।। भक्ति का हमको दो दान, मन पावन-शीतल हो प्राण ।। स्वरचित एंव मौलिक📝✍ सरिता बजाज गुलाटी ©Siya #गणपतिवंदना #flowers