सिर्फ़ डायरी जलाने से सर यादें नहीं रुकती। बीते पल को याद कर रूह रात दिन है घुटती। मना लो आप दिल को भी लाख चाहे जितना, ज़िन्दगी में फ़िर जीने की उम्मीद ही है टूटती। Dedicating a #testimonial to Yashwant Soni