इक तेरी सूरत है बाकी और क्या है, प्यार की मूरत है बाकी और क्या है,, बिन तेरे इक पल न हमको चैन आता, तू दिल की जरूरत है बाकी और क्या है,, ला तेरी तस्वीर हम सिरहाने रख लें, ये घर की जीनत है बाकी और क्या है,, आँख भर आती है अक्सर याद में, बस यही आफत है बाकी और क्या है,, रोज खुद से पूंछता हूँ हर घड़ी मैं, तू मेरी आदत है बाकी और क्या है,, तुझको पाने की है ख्वाहिश बस मुझे, तू इक इबादत है बाकी और क्या है,, दीपक/dpt दीपक तिवारी