White हे जिंदगी! तू ना रूठ इतना, तेरी जुबां बंद हो जायं मैं उसे खामोशी समझ बैठूं।। हे आबरू! तू ना रख आसरा इतना, साफ पानी मे नहाने पर, लग जाते है अक्सर कालिख भी यहीं।। हे वक़्त! तू ना चल तेज इतना, अभी पांव जमें भी नहीं, तू मेरी जमीं खिसका जांए।। ©Saurav life #sad_qoute #sauravlife