कहते है.... हमें दुनिया के साथ चलना चाहिए। दुनिया के कदम से कदम मिलाकर चलना चाहिए। फिर चाहे.... दुनिया विपरीत दिशा में ही क्यों न चले। चाहे.... दुनिया झूठ के पीछे ही क्यों न चल रही हो। चाहे.... वह मतलब पर ही क्यों न चलती हो। हमें दुनिया के साथ ही चलना चाहिए। दुनिया के कदम से कदम मिलाकर चलना चाहिए। सही है न। ©Aarti Sirsat Aarti Sirsat #safar