याद है तुम्हे वो पल जब बलवा स्कूल में थे हम जब विद्यालय की आखरी गंटी बसती थी सबसे पहले भाग निकल थे हम घर पर किताब रखने से पहले क्रिकेट की दुनिया में चले आते थे हम नोक -झोंक तो होती रहती थी पर इक साथ थे हम खैर अब बात कुछ और है तुम कहीं मैं कहां बाल्यकाल से निकाल युवावस्था में चले हैं हम ज़िन्दगी में सही राह देख रहे है हम।। #The voice of love #A.$hivam