जनवरी ग़ुरबत में गुज़री हो खफ़ा मेरी सनम। फरवरी फुरक़त में गुज़री ग़मज़दा मेरी सनम। मार्च में सोचा कि मिलने आ रहे हो तुम मुझे! तुम न आये याद में तेरी दिसम्बर आ गया। अब लौट आओ पास मेरे जावेदाँ बनके सनम। ♥️ Challenge-783 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।