महफ़िल-ए -तन्हाई में बेठे हैं हम ! तेरे ही ख्यालो में खोए-खोए रहते हैं हम !! कहते नही हैं कुछ भी जुबां से , ज़ज़बातो को छुपाएँ बेठे हैं हम ! जब भी तुम सामने आते हो , पलकें झुकाए खुद में ही सहम जाते हम !! #NojotoQuote #kalakaksh #nojoto