क्या खूब अजीब नजारा,चांद हो रहा गुस्से में लाल है। क्या खता हुई चांदनी से मच गया आसमां में बबाल है। उतर रहा धीरे धीरे जमीं पर,ऐसा हुआ क्या कमाल है। क्यों बदलता चांद हर दिन रूप मन में उठते सवाल है। JP lodhi 03/09/2021 ©J P Lodhi. #SuperBloodMoon #Nojotonews #Nojotofilms #nonototeam #Nojotohindi #Poetry