ज़रा सा बुलन्दी ने रुख क्या मोड़ा, वो हमसे दूर गये हमको तन्हा छोड़ा । लेकर कहीं की ईंट कहीं का रोड़ा, हमारी भानुमती ने नया कुनबा जोड़ा । #दर्शनठाकुर