वो वहा रातभर जागता है ताकि हम और आप चैन से सो सके। वो वहा बर्फ की चादर ओढ़े रहता है ताकि हम और आप गर्म मुलायम रजाई ओढ सके। वो वहा खून की होलियां खेलता है ताकि हम और आप रंगों की होलिया खेल सके। वो वह दिवाली पे दुश्मनो के साथ बम फोड़ता है ताकि हम और आप अपनो के साथ पटाखे फोड़ सके। वो अपनी कलाइया सूनी रखता है ताकि हम और आपके भाइयो की कलाइया सूनी न हो सके। वो वहा दुश्मनो से मिलता है ताकि हम और आप अपनो से मिल सके। वो वहा अपनो से जुदा रहता है ताकि हम और आप किसी अपने से जुदा न हो सके। ©a gupta #14 feburary Black Day#