बाबाजी! हर मुश्क़िल हालात में आप उम्मीद-किरण हो, मेरे ज़ख़्म को मिलता जिससे मरहम आप वो सुख़न हो। मैं कुछ नहीं करती आपके लिए, फिर भी भुलाते नहीं हैं, मेरी ज़िन्दगी में रहमतों का महकता हुआ आप चमन हो। मैं नहीं सोचती ग़म कितना है, या परवाह नहीं किसी को, ठहरने नहीं देते बुराई, बहती अच्छाई का आप मअन हो। मैं क्या, ये दुनिया भी चुका नहीं सकती है ऋण आपका, मिली मुझे चरणों में जगह, मेरे तो आप बाग़-ए-अदन हो। बाबाजी के सिवा, वक़्त-बेवक़्त पे कोई नहीं आता 'धुन', जब, जैसे, जिस हाल में मिलोगे, मेरा तो आप ज़मन हो। सुख़न- Speech, Language, Words मअन- Flowing Water बाग़-ए-अदन- Paradise ज़मन- Time ॐ साईं राम 🙏🌹 #omsairam #sai #poetry #blessings #sangeetapatidar #ehsaasdilsedilkibaat #yqdidi