कुछ खोने का, ना कुछ होने का, क्योंकि अब वक्त नहीं है रोने का। ठानी अब तो आगे बढ़ने की, अब वक्त नहीं है बेफिजूल उलझने का। अब जो भी वक्त है वह सिर्फ मेरा है, और हक उसका भी है, हर नए मुकाम पर मुझ को पाने का । 🧡🧡 #अफ़सोस #life #nomoreregrets #yqdidi #yqbaba #grishmapoems #napowrimo #napowrimo2020bygrishma Collaborating with YourQuote Didi