एक कूद में महासागर लाँघा, अपनी इच्छा से स्वयं को बाँधा पूँछ की अपनी आसन बनाया बैठ रावण को बहुत समझाया बात रावण को समझ ना आयी पवनसुत की पूँछ में आग लगायी उसी जलती पूँछ से हनुमान ने रावण की स्वर्ण नगरी जलायी संकट लक्ष्मण के प्राणों पर जब छाए मारुती सम्पूर्ण पर्वत ले आये जब जब शनिदेव तुम्हें सताये ध्यान हनुमान जी का तुम्हें बचाये प्रभु ही है हमारे कर्ता धर्ता पूजा में उन्हें सिंदूर है चढ़ता कलयुग में भी अमरता का उन्हें है वरदान ऐसे ही है हमारे पूज्य प्रभु हनुमान 🙏🙏🙏 #हनुमान #पवनसुत #पवनपुत्र #मारूति #lordhanuman #बजरंगबली #myhero