देखा हूं जब से तू ही तू मिला है, मेरी चाहतों का तू ही शिला है, जब से जिया हूं मैं तेरे लिए, जिन्दगी हसीं हुई मेरे लिए, ये अब की मोहब्बत है ही नहीं, ये तो जन्मों का है शिल शिला, तू है तो सब है जीवन में मेरे, तेरे बिना कुछ भी न हासिल हुआ, देखा हूं जब से.............! देखा हूं जब से..........!