मोहब्बत में महबूब की याद को दिल में बसा कर रखिए । मोहब्बत में मिले दर्द-ओ-ग़म को दिल में सजा कर रखिए । इसी दर्द-ओ-ग़म के ताल पर फ़िर साज़-ए-इश्क़ बजने लग जाएगा । ये इश्क़-ए-मजाज़ी का रास्ता फ़िर इश्क़-ए-हक़ीक़ी तक ले कर जाएगा । ©Sh@kila Niy@z #basekkhayaal #basyunhi #mohabbat #yaad #ishq_e_haqiiqii #ishq_e_majaazii #nojotohindi #Quotes #17Jan