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आँखों में आंसुओं की लकीर बन गई जैसी चाहिए थी वैसी

आँखों में आंसुओं की लकीर बन गई
 जैसी चाहिए थी वैसी तकदीर बन गई
 हमने तो सिर्फ रेत में उंगलियाँ घुमाई थी
 गौर से देखा तो आपकी तस्वीर बन गई

©Dil galti kr baitha h
  आँखों में आंसुओं की लकीर बन गई
 जैसी चाहिए थी वैसी तकदीर बन गई
 हमने तो सिर्फ रेत में उंगलियाँ घुमाई थी
 गौर से देखा तो आपकी तस्वीर बन गई

आँखों में आंसुओं की लकीर बन गई जैसी चाहिए थी वैसी तकदीर बन गई हमने तो सिर्फ रेत में उंगलियाँ घुमाई थी गौर से देखा तो आपकी तस्वीर बन गई #Shayari

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