सिर्फ कुछ लोगो के गलत होने से मोहोबत की गलियों को बदनाम मत कहो, आज भी रोशन रखा हुआ है अपने इश्क के जनुन से इश्क की गलियों को उन्होंने , जो ताउम्र अपने प्यार के इंतज़ार मै अपनी जिंदगी गुजार देते है गालियां कवि राहुल पाल