हुआ करते थे जिस ज़मीन पर बचपन में खेल हमारे उस मैदान पर आज वीरानी है बड़ा अजब सा था वो दौर हमारा आजकल दुनिया मोबाइल की दीवानी है कच्चे थे मकान तो मुहल्ला इकठ्ठा था मुझे लगता है यह कहीं ना कहीं पक्के मकानों की भी मेहरबानी है ©Neeraj Sharma #Pakke #mkan #bachapn #chilhood #Nature