बस बरस दर बरस ये सफर जारी रहे मेरे मालिक अपनी दुआओं का असर जारी रहे सिर उठाने का मौका किसी दुश्मन को न मिले हम बने वह रोशनी के अंधेरों को डर लगने लगे रास्तों में मुश्किलों की जितनी भी हों झांकियां सख्त खाहिशों की नज़र मंजिलों को ढूंढ ले बन जाए हिन्द मिसाल अब दुनिया की तहजीब में रंग न हो किसी गुनाह का फ़िर अपनी तस्वीर में इंसानियत की शक्ल ही हर इंसान को तू बक्शना रहम की हो आबो हवा फिर चाहे जन्नत न भी बना। #gif Bharat #India#Hindustan#Nojoto#country#nation#nationalism