दोषों से घिरा मेरा कल कितना आसान है किसी को दोषी ठहराना मैने इतना गुनाह नहीं किया है जितना समाज ने मुझ पर नमक छिड़का है कितना मैं समाज से घिर गया हूं ख़ुद अपने आप में टूट गया हूं। #Doshi