प्रियतमे तुम अगर लौट आती हम नये गीत गाने लगते फिर प्रियतमे तुम अगर बोल देती ख्वाब में तेरे आने लगते फिर हर गुजरती निशा कह रही है नींद में आहें भरने लगे हो आ रही हिचकियाँ रात भर से तुम मुझे याद करने लगे हो तुम ठहर कर अगर देख लेती हम गम में मुस्कुराने लगते फिर