मुझे एक बात बता, कभी अमावस्या, कभी पूर्णिमा, यूं रंग बदलना तूने कैसे सिखा? सितारों के बीच भी,अकेला ही रहता हूं। खुद ही,अपना मन बहलाने को यूं रंग बदलता रहता हूं। #yostowrimo में एक वार्तालाप लिखें। ध्यान रहे कविता नहीं कहानी के रूप में लिखना है। #चाँदऔरमैं #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi