"ख़यालों" में होती है "हर रोज़" "मुलाकात" ये बात "अलग" है कि "रूबरू" आजकल "बात" नहीं होती।। क्या ख़ाक 💔 हों जाती हैं यांदे....?? 🤒🤕 Open 🔐 for collaboration 📑✍️ #mrjohn #collabowithmrjohn