शरीर के पिंजरे में बंद...!!! निकल ना ही नही चाहते ..!! क्यू की अपनी आत्मा को गिरवी रखा है दुनिया की भापके के लिए..!! जिंदा लाश की तरह ..!! दुनियावी दलदल में फसतें ही जा रहे है!!! मिराज की चाहत में रब से भी दूर..!! जिस्मानी प्यार में के लिए रोते जा रहे है...!!! खुदाई इश्क कर रूह का चिराग जला कर..!! रोशन जिंदगी की राह कर के देख..!!!फतिश्ताई दुनिया में क्या सुकून है..!! अपनी सोच के क़ैदी हम... #क़ैदी #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #yqbaba #yqdidi #yqaestheticthoughts #yqrestzone