जब आँसू छलकते हैं नयनों से, और दिल में तूफ़ान उठता है। तब भी मुस्कान सजाने का हुनर, बस कुछ खास दिलों को मिलता है। बिखरे ख्वाबों के बीच, आशाओं की किरण जगती है। जीवन के हर स्याह पल में, हंसी की लौ जलती है। ग़म की गहराई में भी, खुशी के मोती चुनने का। हर दर्द की ठोकर में भी, मुस्कुराने का हुनर दिखता है। जो हर आँसू में ढूंढ़ लेता है, हंसी की एक नई कहानी। वही सच्चे दिल से जानता है, जीवन की यही है रवानी। रोते रोते मुस्कुराने का, हुनर कोई आसान नहीं। मगर जो इस राह पर चले, वो सबसे महान यही। हर दर्द को गले लगाकर, हर मुश्किल को पार करते हुए। जो मुस्कान को साथी बनाए, वो जीवन का असली अर्थ पाए। ©Vani rote rote muskan ki hunar#poetry